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टूथपेस्ट के ट्यूब पर बनी अलग-अलग रंग की पट्टियों का क्या मतलब होता है?

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  टूथपेस्ट के ट्यूब पर बनी अलग-अलग रंग की पट्टियों का क्या मतलब होता है? 🔴 अगर टूथपेस्ट पर लाल रंग का मार्क है, तो इसका मतलब है टूथपेस्ट में प्राकृतिक चीजों के साथ केमिकल भी मिलाया गया है।  ⚫अगर टूथपेस्ट पर काले रंग का मार्क है, तो इसका मतलब है टूथपेस्ट में ज्यादा मात्रा में केमिकल मिला हुआ है 🟢 अगर टूथपेस्ट पर हरे रंग का मार्क है, तो इसका मतलब टूथपेस्ट में केवल प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया गया है।  🔵अगर टूथपेस्ट पर नीले रंग का मार्क है तो इसका मतलब है टूथपेस्ट में प्राकृतिक चीजों के साथ Medicine का इस्तेमाल कियागया हैं।

बेटनोवेट एन का प्रयोग अधिक समय तक क्यों नहीं करना चाहिए?

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  बेटनोवेट एन का प्रयोग अधिक समय तक क्यों नहीं करना चाहिए? बेटनोवेट N क्रीम स्किन पर किसी प्रकार की सूजन, घाव, जलन कट जाने पर या फोड़े फुंसी पर लागने के लिए आती है पर कई बहुत से लोग हैं जो बेटनोवेट को अपनी नोरमल्ल स्किन प्रॉब्लेम्स या फिर कील मुंहासों पर लगा लेते हैं उनको लगता है। की यह चीज़ काम में लेने से उनकी परेशानी का हल हो जाएगा पर ऐसा नहीं होता बल्कि उनकी परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है । पर ऐसा नहीं होता बल्कि उनकी परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती है । बेटनोवेट एन स्क्रीन को बिल्कुल भी अप्लाई नही करना चाइए । शुरू में ये आपके चेहरे को थोड़ा सा निखार दे सकती है। पर बाद में आपके चेहरे पर इसके कारण दाने भी निकल आएंगे चेहरे का रंग काला पड़ जाएगा। इसलिए इसका उपयोग बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए ।

फांसी देने के बाद मुजरिम की बॉडी के साथ क्या किया जाता है?

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  फांसी देने के बाद मुजरिम की बॉडी के साथ क्या किया जाता है?  अपराधी को फांसी पर लटकने के बाद अपराधी को कम से कम एक और अधिकतम दो घंटे तक लटका कर रखा जाता है। 2 घंटे के बाद डॉक्टर वहां आते हैं और शव चेक करते हैं। मेडिकल टीम उन्हें मृत घोषित करते हैं। इसके बाद उनका पोस्टमॉर्टम किया जाता है। लेकिन ये सरकार के ऊपर निर्भर करता है कि वो अपराधी के शवों को दोषियों के घर वालों को सौंपना चाहती है या नहीं। जेल में अपराधियों को फांसी दने की प्रक्रिया के दौरान वहां सिर्फ 5 लोगों को ही रहने की इजाजत दी जाती है। इन पांच लोगों में जेल अधीक्षक, डिप्टी जेल अधीक्षक, आरएमओ, मेडिकल अफसर और मजिस्ट्रेट या उनकी एडीएम उस वक्त मौजूद रहते हैं। इसके अलावा फांसी पर लटकाए जाने वाला दोषी चाहे तो उसके धर्म का कोई नुमाइंदा वहां मौजूद रह सकता है।